कहावतें


Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।

  1. अपनी करनी पार उतरनी









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: A

    अपनी करनी पार उतरनी का अर्थ है ' कर्म का फल अवश्य मिलता है '। वाक्य प्रयोग- जब तक तुम स्वयं नहीं पढ़ोगे परीक्षा में पास नहीं होगे क्योंकि अपनी करनी पार उतरनी होती है।


  1. अंधे के हाथ बटेर लगना









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: D

    अंधे के हाथ बटेर लगना का अर्थ ' अपात्र को सफलता मिल जाना ' है। वाक्य प्रयोग- अपराधी रामू जब से पार्षद बना तब से लोगों को और डराता-धमकाता है। लोग उसके बारे में कहते हैं - अंधे के हाथ बटेर लग गयी है।



  1. अंधा पावै आँखें तो पतियाय









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    अंधा पावै आँखें तो पतियाय ' है ' अभीष्ट की प्राप्ति होने पर विश्वास का जमना '। किरण ने जब अपने को आयुर्वेदिक डॉक्टर को दिखाया तब से उसकी बीमारी में लगातार सुधार है। अब वह सबको उसी डॉक्टर के पास जाने को कहती है, सच है अंधा पावै आँखें तो पतियाय।


Direction: नीचे कुछ लोकोक्तियाँ दी गयी है, प्रत्येक के चार वैकल्पिक अर्थ दिये गये हैं, उपयुक्त अर्थ का चयन कीजिये।

  1. निम्नलिखित प्रश्न में एक कहावत दी गई है। इसके पाँच अर्थ दिए गए हैं। सही अर्थ को चिन्हित कीजिए।
    ' तेली का तेल जले, मसालची का दिल जले '









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: C

    ' तेली का तेल जले, मसालची का दिल जले ' का अर्थ ' एक को खर्च करते हुए देख दूसरे का परेशान होना ' है। वाक्य प्रयोग- मोहन रुपये कमाता है तो खूब खर्च भी करता है लेकिन केशव इस बात को लेकर उसकी दूसरों से बुराई करता है, सच है ' तेली का तेल जले, मसालची का दिल जले '।



Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।

  1. अधजल गगरी छलकत जाए









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: C

    ' अधजल गगरी छलकत जाए ' का अर्थ ' अल्पज्ञ द्वारा गर्व प्रदर्शन ' है। वाक्य प्रयोग- सोहन आज कोचिंग से लौटकर आया तो अपने सीनियर राघव से बार-बार प्रश्न करके उसे तंग कर रहा था। अंत में राघव बोलै ' अधजल गगरी छलकत जाए '।