कहावतें
Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।
- हाथ कंगाल को आरसी क्या
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NA
सही विकल्प: C
हाथ कंगाल को आरसी क्या का अर्थ है ' प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं '। वाक्य प्रयोग- राघव अगर तुमने घर में चोरी नहीं की तो डरते क्यों हो क्योंकि हाथ कंगाल को आरसी क्या।
- हँसुए के ब्याह में खुरपी का गीत
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NA
सही विकल्प: C
' हँसुए के ब्याह में खुरपी का गीत ' का अर्थ है ' असंगत बातें करना '। वाक्य प्रयोग- अरे श्याम तुम तो अभी कह रहे थे मैं अभी भोजन करके आया हूँ और अभी लगे अब स्नान करने जा रहा हूँ, तुम भी हमेशा हँसुए के ब्याह में खुरपी का गीत गाते रहते हो।
- राम नाम जपना, पराया माल अपना
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NA
सही विकल्प: B
राम नाम जपना, पराया माल अपना का अर्थ है ' धोखे से धन जमा करना '। वाक्य प्रयोग- साहूकार रुपये उधार देते समय कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराता है, उसका सिद्धांत है राम नाम जपना, पराया माल अपना।
- मांगे भीख पूछे गांव की जमा
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NA
सही विकल्प: A
मांगे भीख पूछे गांव की जमा का अर्थ है ' अपनी असलियत भूलकर बात करना '। वाक्य प्रयोग- केशव साहूकार से कुछ रुपये उधार मांगने गया लेकिन वहाँ अपने को अति धनद्य के रूप में प्रस्तुत करने लगा। साहूकार बोला वाह मांगे भीख पूछे गांव की जमा।
- तू डाल-डाल मैं पात-पात
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NA
सही विकल्प: D
तू डाल-डाल मैं पात-पात का अर्थ है ' दोनों चालाक '। वाक्य प्रयोग- राम और सुभाष भले ही घनिष्ठ मित्र हों लेकिन दोनों ही तू डाल-डाल मैं पात-पात हैं।