कहावतें
Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।
- सौ सयाने एक मत
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NA
सही विकल्प: D
सौ सयाने एक मत का अर्थ यह ' बुद्धिमानों के विचार एक से होते हैं '। वाक्य प्रयोग- बुजुर्गों की सेवा और सुरक्षा पर हुए सम्मलेन में सभी ने एक जैसी राय दी सच है सौ सयाने एक मत।
- सब धान बाईस पसेरी
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NA
सही विकल्प: C
सब धान बाईस पसेरी का अर्थ है ' अच्छा बुरा सब को एक समान समझना '। वाक्य प्रयोग- तुम तो न बड़ा देखते हो न छोटा सबसे बहस करने लगते हो सबको तुम सब धान बाईस पसेरी जैसा समझते हो क्या ?
- सावन हरे न भादो सूखे
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NA
सही विकल्प: B
सावन हरे न भादो सूखे का अर्थ है 'सदैव यह-सा रहना '। वाक्य प्रयोग- जयदेव का स्वभाव ऐसा है कि सुखी हो या दुःखी हमेशा खुश रहता है वह तो सावन हरे न भादो सूखे जैसा है।
- फिसल पड़े तो हर गंगा
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NA
सही विकल्प: A
फिसल पड़े तो हर गंगा का अर्थ है ' मजबूरी में काम करना '। वाक्य प्रयोग- मोहन बहुत निठल्ला है उसे राम की रुपये उधर चाहिए इसलिए उसका काम कर रहा है उसका तो हाल फिसल पड़े तो हर गंगा वाला है।
- पुचकार कुत्ता सिर चढ़े
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NA
सही विकल्प: B
पुचकार कुत्ता सिर चढ़े का अर्थ है ' ओछे लोग मुहँ लगाने पर अनुचित लाभ उठाते हैं। ' वाक्य प्रयोग- मैं तो इसका दुःखी समझ सहायता करता था लेकिन इसने तो मेरा ही नुकसान कर दिया। सच है पुचकार कुत्ता सिर चढ़े।