कहावतें
Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।
- कोई ईर घाट तो कोई बीर घाट
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NA
सही विकल्प: B
कोई ईर घाट तो कोई बीर घाट का अर्थ है ' ताल-मेल न होना '। वाक्य प्रयोग- स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के सम्मान के लिए कोई निश्चित व्यवस्था न देख लोग बोले कोई ईर घाट तो कोई बीर घाट।
- गंगा गए गंगादास, जमुना गए जमुनादास
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NA
सही विकल्प: D
गंगा गए गंगादास, जमुना गए जमुनादास का अर्थ है जिसका कोई दृढ सिद्धान्त नहीं होता। वाक्य प्रयोग- अमर कभी किसी राजनीतिक दल में चला जाता तो कभी किसी अन्य दल में, उसकी हालत तो गंगा गए गंगादास, जमुना गए जमुनादास जैसी है।
- गए थे रोजा छुड़ाने, नमाज गले पड़ी
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NA
सही विकल्प: D
गये थे रोजा छुड़ाने, नमाज गले पड़ी का अर्थ ' उपकार करने के बदले स्वयं को दुःख भोगना ' है। वाक्य प्रयोग- गली में लड़ाई हो रही थी मामले को सुलझाने गया था। लेकिन मुझे भी दो-चार हाथ लग गये। यह तो गये थे रोजा छुड़ाने, नमाज पड़ी गले वाली बात हुई।
- गुड़ खाए गुलगुलों से परहेज
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NA
सही विकल्प: A
गुड़ खाए गुलगुलों से परहेज का अर्थ है ' झूठे ढोंग रचना।'। वाक्य प्रयोग- श्याम अपनी पत्नी से कहता है मुझे फोन ज्यादा बात करना पसंद नहीं दूसरी तरफ वह सरे दिन मित्रों से इंटरनेट पर चैटिंग करता है, सच है गुड़ खाए गुलगुलों से परहेज।
- काला अक्षर भैंस बराबर
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NA
सही विकल्प: C
काला अक्षर भैंस बराबर ' अनपढ़ होना '। वाक्य प्रयोग- रमेश तुम्हारा पात्र क्या पढ़ेगा वह काला अक्षर भैंस बराबर है।