वाक्यांशों को उचित क्रम में सजाना


Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।

  1. (1) जैसे वाष्प, बादल, कुहरा, बूंद,
    (य) संपूर्ण चराचर विश्व में
    (र) इस प्रकार जानना और प्रत्यक्ष देखना ही
    (ल) एक भगवान की परिपूर्ण है -
    (व) बर्फ आदि में सर्वत्र जल भरा है, वैसे ही
    (6) सब प्राणियों में स्थित भगवान का भजन करना है।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    (1) जैसे वाष्प, बादल, कुहरा, बूंद, (व) बर्फ आदि में सर्वत्र जल भरा है, वैसे ही (य) संपूर्ण चराचर विश्व में (ल) एक भगवान की परिपूर्ण है - (र) इस प्रकार जानना और प्रत्यक्ष देखना ही (6) सब प्राणियों में स्थित भगवान का भजन करना है।


  1. (1) इस तरह हम
    (य) जो अपनी लेखनी या कूची, वाणी या वाद्यों द्वारा
    (र) उन सभी कलाकारों का आह्वान कर कर रहे हैं
    (ल) एक व्यापक संगठन न होने के कारण जिनकी साधनाएं
    (व) समाज को 'सत्य', 'शिव', 'सुंदर' की ओर ले जाने में लगे हैं किंतु
    (6) इच्छित फल नहीं दे पा रही है।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    (1) इस तरह हम (र) उन सभी कलाकारों का आह्वान कर कर रहे हैं (य) जो अपनी लेखनी या कूची, वाणी या वाद्यों द्वारा (व) समाज को 'सत्य', 'शिव', 'सुंदर' की ओर ले जाने में लगे हैं किंतु (ल) एक व्यापक संगठन न होने के कारण जिनकी साधनाएं (6) इच्छित फल नहीं दे पा रही है।



  1. (1) जंगल में जिस प्रकार
    (य) अपनी संस्कृतियों के द्वारा एक-दूसरे के साथ मिलकर
    (र) अनेक लता, वृक्ष और वनस्पति अपने
    (ल) अविरोधी स्थिति प्राप्त करते हैं, उसी प्रकार राष्ट्रीय जन
    (व) अदम्य भाव से उठते हुए पारस्परिक सम्मिलन से
    (6) राष्ट्र में रहते हैं।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    (1) जंगल में जिस प्रकार (र) अनेक लता, वृक्ष और वनस्पति अपने (व) अदम्य भाव से उठते हुए पारस्परिक सम्मिलन से (ल) अविरोधी स्थिति प्राप्त करते हैं, उसी प्रकार राष्ट्रीय जन (य) अपनी संस्कृतियों के द्वारा एक-दूसरे के साथ मिलकर (6) राष्ट्र में रहते हैं।


  1. (1) मैं भी मानता हूं कि
    (य) खुले मैदान की ताजी हवा है,
    (र) भाषा चिड़ियों के कंठ से निकल निकला
    (ल) भाषा बहता नीर है,
    (व) 'राम नाम के पहर' में सवेरे का
    (6) कलरव है।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    (1) मैं भी मानता हूं कि (ल) भाषा बहता नीर है, (य) खुले मैदान की ताजी हवा है, (र) भाषा चिड़ियों के कंठ से निकल निकला (व) 'राम नाम के पहर' में सवेरे का (6) कलरव है।



  1. (1) हमारा उद्देश्य होगा, जीवन के
    (य) करना कि हमारा सामाजिक जीवन
    (र) हर सांस्कृतिक पहलू का इस प्रकार विकास
    (ल) पुनर्गठन हो और वह सौंदर्य एवं आनंद को पूर्ण रुप से
    (व) स्वतंत्रता, समता और मानवता के आधार पर
    (6) उपलब्ध करा सके।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: C

    (1) हमारा उद्देश्य होगा, जीवन के (र) हर सांस्कृतिक पहलू का इस प्रकार विकास (य) करना कि हमारा सामाजिक जीवन (व) स्वतंत्रता, समता और मानवता के आधार पर (ल) पुनर्गठन हो और वह सौंदर्य एवं आनंद को पूर्ण रुप से (6) उपलब्ध करा सके।