वाक्यांशों को उचित क्रम में सजाना
Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
- (1) बहुत दिनों की इच्छा -
(य) अभी तक पूरी नहीं हुई ;
(र) ठीक जिसके चरित में
(ल) ----एक जीवन-चरित लिखूं
(व) चरितनायक नहीं मिल रहा था,
(6) नायकत्व प्रधान हो।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: A
(1) बहुत दिनों की इच्छा - (य) अभी तक पूरी नहीं हुई ; (ल) ----एक जीवन-चरित लिखूं (व) चरितनायक नहीं मिल रहा था,(र) ठीक जिसके चरित में (6) नायकत्व प्रधान हो।
- (1) सच्ची बात तो यह है -
(य) वह अपना मनोरंजन संगीत और अभिनय जैसे
(र) किसी भी युग का प्राणी ऐसा नीरस
(ल) आनंददायक साधनों के
(व) और हृदयहीन नहीं होता कि
(6) द्वारा नहीं करता।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: C
(1) सच्ची बात तो यह है - (र) किसी भी युग का प्राणी ऐसा नीरस (व) और हृदयहीन नहीं होता कि (य) वह अपना मनोरंजन संगीत और अभिनय जैसे (ल) आनंददायक साधनों के (6) द्वारा नहीं करता।
- (1) जाति, देश और काल की सीमाओं में -
(य) साहित्यिक मूल्यांकन प्रस्तुत करेंगे, तो
(र) सामाजिक आवश्यकता-रागात्मक एकता
(ल) साहित्य की मूल उद्देश्य तथा
(व) बंधे रहकर यदि हम
(6) से ही दूर जा पड़ेंगे।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: B
(1) जाति, देश और काल की सीमाओं में - (व) बंधे रहकर यदि हम (य) साहित्यिक मूल्यांकन प्रस्तुत करेंगे, तो (ल) साहित्य की मूल उद्देश्य तथा (र) सामाजिक आवश्यकता-रागात्मक एकता (6) से ही दूर जा पड़ेंगे।
- (1) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
(य) और नवयुग की चेतना लेकर निबंध के
(र) एवं विचारात्मक कोटियों में रखें गंभीर ज्ञान
(ल) प्राचीन सांस्कृतिक परम्परा का गंभीर ज्ञान
(व) क्षेत्र में अवतरित हुए तथा इसके निबंध प्रभावात्माक
(6) इनके व्यक्तित्व की छाप लिए हुए हैं।
-
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NA
सही विकल्प: D
(1) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी (ल) प्राचीन सांस्कृतिक परम्परा का गंभीर ज्ञान (य) और नवयुग की चेतना लेकर निबंध के (व) क्षेत्र में अवतरित हुए तथा इसके निबंध प्रभावात्माक (र) एवं विचारात्मक कोटियों में रखें गंभीर ज्ञान (6) इनके व्यक्तित्व की छाप लिए हुए हैं।
- (1) आणविक अस्त्रों के विरोध में
(य) उद्घाटन करते हुए राजेंद्र बाबू ने भारत को
(र) अपनी सेनाएं विघटित कर दें, तो
(ल) यह सुझाव दिया था कि यह देश
(व) दिल्ली में जो सार्वभौम समारोह हुआ था, उसका
(6) इससे संसार को एक नया रास्ता मिल सकता है।
-
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NA
सही विकल्प: C
(1) आणविक अस्त्रों के विरोध में (व) दिल्ली में जो सार्वभौम समारोह हुआ था, उसका (य) उद्घाटन करते हुए राजेंद्र बाबू ने भारत को (ल) यह सुझाव दिया था कि यह देश (र) अपनी सेनाएं विघटित कर दें, तो (6) इससे संसार को एक नया रास्ता मिल सकता है।