संख्या पद्धति
- 1421 x 1423 x 1425 को 12 से विभाजित करने पर शेषफल क्या है ?
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हम जानते हैं की 12 की विभाज्यता की जाँच के लिए सर्वप्रथम 3 तथा 4 की विभाज्यता की जाँच करते हैं।
यँहा, हम देखते हैं की 1425, 3 से विभाज्य है , इसलिए गुणनफल 3 से विभाज्य होगा।सही विकल्प: C
हम जानते हैं की 12 की विभाज्यता की जाँच के लिए सर्वप्रथम 3 तथा 4 की विभाज्यता की जाँच करते हैं।
यँहा, हम देखते हैं की 1425, 3 से विभाज्य है , इसलिए गुणनफल 3 से विभाज्य होगा।
पुनः प्रत्येक संख्या को 4 से विभाजित करने पर शेषफल 1, 3, तथा 1 प्राप्त होते हैं। इस प्रकार,प्राप्त शेषफल को 4 से विभाजित करने पर शेषफल 3 (1 x 3 x 1) प्राप्त होता है।
अतः अभीष्ट शेषफल 3 है।
- P = 1322 x 1325 x 1328 है। P को 14 से भाग दिया जाता है, तो शेषफल होगा
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जब, 1322 को 14 से भाग देते है , तो शेषफल = 6
जब 1325 को 14 से भाग देते है , तो शेषफल = 9
जब 1328 को 14 से भाग देते है , तो शेषफल = 12सही विकल्प: E
जब, 1322 को 14 से भाग देते है , तो शेषफल = 6
जब 1325 को 14 से भाग देते है , तो शेषफल = 9
जब 1328 को 14 से भाग देते है , तो शेषफल = 12
अब, 6 x 9 x 12 = 648
648 ÷ 14, तब शेषफल = 4
∴ P को 14 से भाग देने पर शेषफल 4 आता है।
- यदि m तथा n धनात्मक पूर्णांक हों और (m - n) एक सम संख्या हो, तो (m2 - n2) हमेशा किसके द्वारा विभाज्य रहेगा ?
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मामा m - n = 2p
क्योंकि m - n एक सम संख्या है, इसलिए दोनों संख्याएँ सम होंगी या दोनों विषम होंगी।
∴ m + n भी एक सम संख्या होगी।
अब माना m + n = 2q
∴ (m - n)(m + n) = 4pqसही विकल्प: A
मामा m - n = 2p
क्योंकि m - n एक सम संख्या है, इसलिए दोनों संख्याएँ सम होंगी या दोनों विषम होंगी।
∴ m + n भी एक सम संख्या होगी।
अब माना m + n = 2q
∴ (m - n)(m + n) = 4pq
⇒ m2 - n2 = 4pq
जो कि हमेशा 4 द्वारा विभाज्य होगा।
- किसी संख्या को 4 से भाग देने पर शेषफल 2 प्राप्त होता है। इससे प्राप्त भागफल को 5 से भाग देने पर शेषफल 3 प्राप्त होता है। अब, इस प्रकार प्राप्त भागफल को 6 से भाग देने पर शेषफल 5 प्राप्त होता है। यदि अन्तिम भागफल 7 हो, तो संख्या क्या होगी ?
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∴ p = 4q + 2 ........ (i)
माना q को 5 से भाग देने पर, भागफल = r तथा शेषफल 3
∴ q = 5r + 3 ......... (ii)
समी (i) व (ii) से, p = 4(5r + 3) + 2
⇒ p = 20r + 14 ......... (iii)सही विकल्प: D
माना संख्या = p
माना इसे 4 से भाग देने पर भागफल = q तथा शेषफल = 2
∴ p = 4q + 2 ........ (i)
माना q को 5 से भाग देने पर, भागफल = r तथा शेषफल 3
∴ q = 5r + 3 ......... (ii)
समी (i) व (ii) से, p = 4(5r + 3) + 2
⇒ p = 20r + 14 ......... (iii)
r को 6 से भाग देने पर भागफल = 7, शेषफल = 5
r = (6 x 7 + 5) = 47
r का मान समी (iii) में रखने पर,
p = (20 x 47 + 14) = 954
∴ अभीष्ट संख्या = 954
- निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
Ⅰ. केवल एक ही वभाजय संख्या p का अस्तित्व इस प्रकार है की (17p + 1) एक वर्ग है।
Ⅱ. यदि a, 2 से शुरू होने वाली 10 क्रमागत अभाज्य संख्याओं के गुणनफल के अंकों का योग है, तो (a + 1) एक अभाज्य संख्या है।
उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं ?
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Ⅰ. चूँकि p एक अभाज्य संख्या है।
p = 19 लेने पर,
17p + 1 = 17 x 19 + 1 = 323 + 1
अतः 17p + 1 एक वर्ग संख्या है।सही विकल्प: A
Ⅰ;. चूँकि p एक अभाज्य संख्या है।
p = 19 लेने पर,
17p + 1 = 17 x 19 + 1 = 323 + 1
अतः 17p + 1 एक वर्ग संख्या है।
Ⅱ. यहाँ 2 से शुरू होने वाली 10 क्रमागत अभाज्य संख्याएँ निम्न हैं
2, 3, 5, 7, 11, 13, 17, 19, 23, 29 तथा 10 क्रमागत अभाज्य संख्याओं का गुणनफल = 6469693230
अभाज्य संख्याओं के गुणनफल के अंकों का योग
a = 6 + 4 + 6 + 9 + 6 + 9 + 3 + 2 + 3 + 0 = 48
जोकि 7 से विभाज्य है
यहाँ , (a + 1) एक अभाज्य संख्या नहीं है।