अलंकार,रस एवं छन्द


Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दी गई पंक्तियों में उपयुक्त रस के सही भेद का चयन कीजिए -

  1. काव्य के आस्वादन से जो आनंद प्राप्त होता है, उसे क्या कहते हैं ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: D

    मनुष्य को काव्य के आश्वादन से जो आनंद प्राप्त होता है उसे रस कहते हैं। रसों की कुल संख्या नौ मानी गयी है।


  1. रस के कितने अंग होते हैं ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    रस के कुल चार अंग या अवयव होते हैं। रस के ये चार अंग है - (1)स्थायी भाव (2) विभाव (3) अनुभाव एवं (4) संचारी भाव।



  1. जुगुप्सा कौन से रस का स्थाई भाव है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: D

    विभत्स रस का स्थायी भाव 'जुगुप्सा' आलंबन घृणित वस्तु, आश्रय 'दृश्य को प्रत्यक्ष करने वाला व्यक्ति' एवं संचारी भाव मोह, ग्लानि, अपस्मार एवं व्याधि आदि है।


  1. शान्त रस का स्थाई भाव क्या है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: D

    शान्त रस का स्थायी भाव 'निर्वेद' है, इसका आलम्बन शरीर, तीर्थाटन आश्रय, 'निर्वेद वाला व्यक्ति', अनुभव 'रोमांच, अश्रुव ग्लानि' एवं संचारी भाव 'हर्ष एवं मति' आदि है।



  1. ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहनवारी। ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहती है।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    ' ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहनवारी। ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहती है।' पंक्तियों में यमक अलंकार है। यहां मन्दर शब्द के अलग-अलग अर्थ है। एक मन्दर का अर्थ ऊंचे किला रूपी महल में रहने वाली और दूसरे मन्दर का अर्थ ऊंची-ऊंची पहाड़ी गुफाओं में रहती है।

    सही विकल्प: A

    ' ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहनवारी। ऊंचे घोर मंदर के अंदर रहती है।' पंक्तियों में यमक अलंकार है। यहां मन्दर शब्द के अलग-अलग अर्थ है। एक मन्दर का अर्थ ऊंचे किला रूपी महल में रहने वाली और दूसरे मन्दर का अर्थ ऊंची-ऊंची पहाड़ी गुफाओं में रहती है।