औसत


प्रतियोगी गणित

  1. प्रथम नौ अभाज्य संख्याओं का औसत क्या होगा ?











  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    प्रथम नौ अभाज्य संख्याएं 2 , 3 , 5 , 7 , 11 , 13 , 17 , 19 , 23 हैं।
    पदों की कुल संख्या = 9
    हम जानते हैं कि ,
    औसत = पदों का योग / पदों की कुल संख्या

    सही विकल्प: D

    प्रथम नौ अभाज्य संख्याएं 2 , 3 , 5 , 7 , 11 , 13 , 17 , 19 , 23 हैं।
    पदों की कुल संख्या = 9
    हम जानते हैं कि ,
    औसत = पदों का योग / पदों की कुल संख्या
    = ( 2 + 3 + 5 + 7 + 11 + 13 + 17 + 19 + 23 )/9
    = 100/9 = 111/9
    अतः अभीष्ट औसत = 111/9


  1. 10 , 12 , 16 , 20 , p और 26 का औसत 17 है। p का मान ज्ञात कीजिए।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    दिया गया है , 10 , 12 , 16 , 20 , p और 26 का औसत = 17
    पदों की कुल संख्या = 6
    हम जानते हैं कि ,
    औसत = पदों का योग / पदों की कुल संख्या

    सही विकल्प: B

    दिया गया है , 10 , 12 , 16 , 20 , p और 26 का औसत = 17
    पदों की कुल संख्या = 6
    हम जानते हैं कि ,
    औसत = पदों का योग / पदों की कुल संख्या
    17 = ( 10 + 12 + 16 + 20 + p + 26 )/6
    17 × 6 = 84 + p
    ∴ p = 102 - 84 = 18
    अतः p का मान 18 होगा।



  1. 1 से 23 तक की सभी प्राकृतिक संख्याओं के वर्गों का औसत ज्ञात कीजिए।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    यहाँ , n = 23
    हम जानते हैं कि ,
    1 से n तक की सभी प्राकृतिक संख्याओं के वर्गों का औसत = ( n + 1 ) ( 2n + 1 )/6

    सही विकल्प: B

    यहाँ , n = 23
    हम जानते हैं कि ,
    1 से n तक की सभी प्राकृतिक संख्याओं के वर्गों का औसत = ( n + 1 ) ( 2n + 1 )/6
    अतः अभीष्ट औसत = ( 23 + 1 ) ( 2 × 23 + 1 )/6 = 24 × 47/6 = 188
    अतः 1 से 23 तक की सभी प्राकृतिक संख्याओं के वर्गों का औसत 188 होगा।


  1. 7 प्रेक्षणों का औसत 7 है। यदि प्रत्येक संख्या को 2 से बढ़ा दिया जाये , तो नवीन सख्या कितनी है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    दिया गया है , 7 प्रेक्षणों का औसत = 7
    7 प्रेक्षणों का कुल योग = 7 × 7 = 49
    प्रश्नानुसार नया औसत = (पदों का कुल योग + वृद्धि योग )/ पदों की कुल संख्या

    सही विकल्प: C

    दिया गया है , 7 प्रेक्षणों का औसत = 7
    7 प्रेक्षणों का कुल योग = 7 × 7 = 49
    प्रश्नानुसार नया औसत = (पदों का कुल योग + वृद्धि योग )/ पदों की कुल संख्या
    = ( 49 + 7 × 2 )/7
    = ( 49 + 14 )/7 = 63/7 = 9
    अतः अभीष्ट नया औसत = 9

    वैकल्पिक विधि
    यदि प्रत्येक संख्या में a की वृद्धि की जाये , तो उनके औसत में भी a की वृद्धि होती है।
    अतः अभीष्ट नया औसत = 7 + a = 7 + 2 = 9



  1. 1 से 45 तक की सभी सम संख्याओं का औसत तथा सभी विषम संख्याओं का औसत ज्ञात कीजिए।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    ∵ 1 से 45 तक की सभी सम संख्याओं में अंतिम सम संख्या 44 है। अतः 1से 45 तक की सभी सम संख्याओं का औसत = ( प्रथम सम संख्या + अंतिम सम संख्या )/2
    तथा इसी प्रकार , 1 से 45 तक की सभी विषम संख्याओं में अंतिम विषम संख्या 45 है।
    अतः 1 से 45 तक की सभी विषम संख्याओं का औसत = ( प्रथम विषम संख्या + अंतिम विषम संख्या )/2

    सही विकल्प: D

    ∵ 1 से 45 तक की सभी सम संख्याओं में अंतिम सम संख्या 44 है। अतः 1 से 45 तक की सभी सम संख्याओं का औसत = ( प्रथम सम संख्या + अंतिम सम संख्या )/2 = ( 2 + 44 )/2 = 46/2 = 23
    तथा इसी प्रकार , 1 से 45 तक की सभी विषम संख्याओं में अंतिम विषम संख्या 44 है।
    अतः 1 से 45 तक की सभी विषम संख्याओं का औसत = ( प्रथम विषम संख्या + अंतिम विषम संख्या )/2 = ( 1 + 45 )/2 = 23
    अतः 1से 45 तक की सभी विषम संख्याओं का औसत तथा सभी सम संख्याओं का औसत = 23 ही होगा।