रचना - रचयिता
Direction: निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न में दी गई रचना /रचनांश के रचयिता के नाम का चयन उसके नीचे दिए गए चार विकल्पों से करें ।
- रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाय पर वचन न जाई।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: A
"रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाय पर वचन न जाई।" पंक्तियों की रचना तुलसीदास ने 'रामचरितमानस' की थी।
- प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: C
'प्रगतिवाद उपयोगितावाद का दूसरा नाम है।' पंक्तियाँ 'नंददुलारे बाजपेई' की हैं।
- नारी शिक्षा अनादरत, ते लोग अनारी।
ते स्वदेस अवनति, प्रचंड पातक हितकारी।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: C
"नारी शिक्षा अनादरत, ते लोग अनारी।
ते स्वदेस अवनति, प्रचंड पातक हितकारी।"
पंक्तियाँ 'सत्यनारायण कविरत्न' की हैं।
- हार की जीत (कहानी)
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: A
हार की जीत (कहानी) की रचना सुदर्शन द्वारा की गयी है। यह एक प्रेरणादायक कहानी है।
- साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
NA
सही विकल्प: A
'साँच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप' पंक्तियों की रचना कवीरदास ने की थी।