भू - आकृति
- अपरदन और अपक्षय द्वारा आधार शैलों पर शैल चूर्ण फैल जाता है। वायु, बहता जल, प्रवाहित हिम आदि इस शैल चूर्ण को शैलों से हटाकर अन्यत्र ले जाते हैं। शैल चूर्ण को इस प्रकार से क्षैतिज स्थानान्तरण करने को कहते हैं
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NA
सही विकल्प: B
NA
- कथन (A) शैल मलबा पर्वतों के ढालों के साथ गुरुत्वाकर्षण से प्रेरित होकर किसी परिवहन के कारक के बिना ही पर्वत ढाल के ऊपरी भाग से आधार की ओर अग्रसर होता है।
कारण (R) मलबा शुष्क या जल मिश्रित हो सकता है तथा मलबे का प्रवाह मन्द अथवा तीव्र हो सकता है। इस प्रकार गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से अपक्षयित शैल मलबे का ढालों पर ऊपर से नीचे सरकना सामूहिक संचालन या वृहत क्षरण कहलाता है ।
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NA
सही विकल्प: A
NA
- निम्न कथनों का अध्ययन करें
1. यदि जलधारा का प्रवाह छोटा या कम हो, तो अवसादों को ढालों के आधार तल पर ही ला देता है जबकि प्रवाह दर अधिक है तो शैल मलबों को दूर सतह पर निक्षेपित करता है।
2. पर्वत ढाल प्रणाली की आन्तरिक और बाह्य प्रक्रिया द्वारा ढाल के विकास में अहम भूमिका निभाई जाती है। इस प्रक्रिया द्वारा धरातल में सामान्य निम्नीकरण में सहायता मिलती है।
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NA
सही विकल्प: B
NA
- निम्न कथनों का अध्ययन करें
1. पर्वत ढाल के निसृत उत्पादन वाष्पन, वाष्पोत्सर्जन, जल का चूना और टूटे हुए पदार्थों का घुलने पर निर्भर करता है। यह सभी क्रियाएँ कमजोर चट्टानों को प्रभावित करती है और वे अवसादों की जल धाराएँ, हिमनद या समुद्री तरंग एवं धाराओं द्वारा हटाया गया है।
2. पर्वत ढाल प्रणाली से निकले हुए मलबा या अवसादों का प्राथमिक नियन्त्रण अपरदन के यान्त्रिक दूतों से होता है और परिवहन के द्वारा इसे पर्वतों के ढाल से सतह और आधार पर लाया जाता है।
3. सर्वप्रथम विषम संरचना वाले नदी तल के बड़े शीलाखण्डों तथा प्रवार शैल के लुढ़कने वर्कशीट व घिसटने से कोमल शैलों के स्थान पर गड्ढे बन जाते हैं। जलोढ़क की छेदन क्रिया द्वारा इन गड्ढों के स्थान पर भँवर उत्पन्न होती है जो गर्तों को गहरा करते हैं।
उपरोक्त कथनों में असत्य कथन की पहचान करें
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NA
सही विकल्प: C
NA
- एक आन्तरिक शंकु है
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सही विकल्प: D
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