हिंदी व्याकरण


  1. हिन्दी की उत्पत्ति किस अपभ्रश से हुई है ?









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    हिन्दी का विकाश संस्कृत , पाली,प्राकृत एवं अपभ्रंश की दीर्घ परम्परा में हुआ है। अपभ्रंश की शाखा शौरसेना अपभ्रंश की पष्चिमी हिन्दी उपभाषा के अंतर्गत खड़ी बोली से विकाश हुआ है।

    सही विकल्प: B

    हिन्दी का विकाश संस्कृत , पाली,प्राकृत एवं अपभ्रंश की दीर्घ परम्परा में हुआ है। अपभ्रंश की शाखा शौरसेना अपभ्रंश की पष्चिमी हिन्दी उपभाषा के अंतर्गत खड़ी बोली से विकाश हुआ है।


  1. 'डाक्टर ' शब्द में 'ऑ ' ध्वनि किस भाषा से आई है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    हिन्दी वर्ण माला में संस्कृत से इतर मराठी,अंग्रेजी,तिब्बती एवं अरबी-फ़ारसी भाषाओ की ध्वनिओ का समावेश हुआ है। डाक्टर शब्द का 'आ' ध्वनि अंग्रेजी भाषा
    से ली गयी है। 'आ ' दीर्घ स्वर ध्वनि है।

    सही विकल्प: D

    हिन्दी वर्ण माला में संस्कृत से इतर मराठी,अंग्रेजी,तिब्बती एवं अरबी-फ़ारसी भाषाओ की ध्वनिओ का समावेश हुआ है। डाक्टर शब्द का 'आ' ध्वनि अंग्रेजी भाषा
    से ली गयी है। 'आ ' दीर्घ स्वर ध्वनि है।



  1. उच्चारण की दृष्टि से 'कवर्ग ' के सभी वर्ण क्या कहलाते हैं ?









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    जिन वर्णों का उच्चारण स्थान कंठ है ,वे वर्ण कंठ्य वर्ण कहलाते हैं ,ये निम्न हैं -अ,आ,ह,एवं क वर्ग

    सही विकल्प: B

    जिन वर्णों का उच्चारण स्थान कंठ है ,वे वर्ण कंठ्य वर्ण कहलाते हैं ,ये निम्न हैं -अ,आ,ह,एवं क वर्ग


  1. निम्नलिखित ध्वनियों में बताइये कि कौन-सा वर्ण ओष्ठय नहीं है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    ट मूर्धन्य ध्वनि है। जिन ध्वनियों का उच्चारण ओष्ट है ,उन्हें ओष्ठ्य ध्वनि कहते हैं ,जैसे - प,फ,ब ,भ,म।

    सही विकल्प: A

    ट मूर्धन्य ध्वनि है। जिन ध्वनियों का उच्चारण ओष्ट है ,उन्हें ओष्ठ्य ध्वनि कहते हैं ,जैसे - प,फ,ब ,भ,म।



  1. व्यंजनों में बताइये कि कौन-सा वर्ण महाप्राण है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    वायु या प्राणत्व के आधार पर व्यंजन दो प्रकार के होते हैं -अल्पप्राण महाप्राण। जिन व्यंजनों के उच्चारण में मुख से ज्यादा वायु निकले उन्हें महाप्राण व्यंजन कहते हैं। जैसे - ख,घ ,ज,झ,ठ ,थ,ध,फ,भ आदि।

    सही विकल्प: B

    वायु या प्राणत्व के आधार पर व्यंजन दो प्रकार के होते हैं -अल्पप्राण महाप्राण। जिन व्यंजनों के उच्चारण में मुख से ज्यादा वायु निकले उन्हें महाप्राण व्यंजन कहते हैं। जैसे - ख,घ ,ज,झ,ठ ,थ,ध,फ,भ आदि।