हिंदी व्याकरण
- 'अभिधेयार्थ ' शब्दों का सम्बन्ध किसे हैं ?
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
वाक्य में मूल अर्थ का बोध करने वाली शब्द को अभिदा कहते है। अभिदा शक्ति से निकलने वाले अर्थ अभिधेयार्थक कहते है। इसलिए अभिधेयार्थक वाचक शब्दों का सम्बन्ध - मूलार्थ व्यंजकतासे होता है।
सही विकल्प: D
वाक्य में मूल अर्थ का बोध करने वाली शब्द को अभिदा कहते है। अभिदा शक्ति से निकलने वाले अर्थ अभिधेयार्थक कहते है। इसलिए अभिधेयार्थक वाचक शब्दों का सम्बन्ध - मूलार्थ व्यंजकतासे होता है।
- 'निश्चित 'शब्द क्रिया -विशेषण के किस भेद के अंतर्गत आता हैं ?
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
'निश्चित ' शब्द परिमाणवाचक क्रिया विशेषण के अंतर्गत आता है।
सही विकल्प: A
'निश्चित ' शब्द परिमाणवाचक क्रिया विशेषण के अंतर्गत आता है।
- कौन सा शब्द भाववाचक संज्ञा नहीं है ?
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
जहाँ पर किसी भाव ,गुण एवं दशा आदि का बोध कराने वाले शब्द हो ,वहा भाववाचक संज्ञा होती है , जैसे - धैर्य ,सौंदर्य ,चतुराई ,वीरत्व एवं ममत्व आदि |
सही विकल्प: A
जहाँ पर किसी भाव ,गुण एवं दशा आदि का बोध कराने वाले शब्द हो ,वहा भाववाचक संज्ञा होती है , जैसे - धैर्य ,सौंदर्य ,चतुराई ,वीरत्व एवं ममत्व आदि |
- निम्न में से किस शब्द में उपसर्ग नहीं लगा हैं।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
जो शब्दांश शब्दों के आदि में जुड़ कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता लेट हैं ,वे उपसर्ग कहलाते हैं। दिए गए विकल्पों में प्रशंसा शब्द में उपसर्ग नहीं लगा हैं। अधिशासी शब्द में 'अधि ' उपसर्ग , विनाश में 'वि 'एवं प्रत्याशा में 'प्रति ' उपसर्ग लगा हैं।
सही विकल्प: B
जो शब्दांश शब्दों के आदि में जुड़ कर उनके अर्थ में कुछ विशेषता लेट हैं ,वे उपसर्ग कहलाते हैं। दिए गए विकल्पों में प्रशंसा शब्द में उपसर्ग नहीं लगा हैं। अधिशासी शब्द में 'अधि ' उपसर्ग , विनाश में 'वि 'एवं प्रत्याशा में 'प्रति ' उपसर्ग लगा हैं।
- 'क्रय 'शब्द में कौन सा उपसर्ग लगाने से उसका अर्थ विपरीत हो जायेगा।
-
सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें
'वि ' उपसर्ग में ' क्रय ' जोड़ने से 'विक्रय ' शब्द बनेगा जो 'क्रय ' का विपरीत शब्द हैं। क्रय का अर्थ है किसी वस्तु को खरीदना एवं किसी वस्तु के बेचने को 'विक्रय ' कहते हैं।
सही विकल्प: D
'वि ' उपसर्ग में ' क्रय ' जोड़ने से 'विक्रय ' शब्द बनेगा जो 'क्रय ' का विपरीत शब्द हैं। क्रय का अर्थ है किसी वस्तु को खरीदना एवं किसी वस्तु के बेचने को 'विक्रय ' कहते हैं।