वाक्य प्रकार
- क्रिया के जिस रूप में जब न तो कर्ता की प्रधानता हो और न कर्म की ,तो वहाँ पर कौन-सा वाच्य होता है ?
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वाच्य तीन प्रकार के होते हैं - (1) कर्मवाच्य (2) कर्तृवाच्य (3) भाववाच्य।
क्रिया के जिस रूप में जब न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की ,तो यह भाववाच्य होगा।सही विकल्प: C
वाच्य तीन प्रकार के होते हैं - (1) कर्मवाच्य (2) कर्तृवाच्य (3) भाववाच्य।
क्रिया के जिस रूप में जब न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की ,तो यह भाववाच्य होगा।
- निम्नांकित वाक्यों में मिश्र वाक्य कौन-से हैं ?
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जिन वाक्यों में एक मुख्य वाक्य हो और अन्य आश्रित उपवाक्य हो उन्हें मिश्र वाक्य कहते हैं , जैसे - प्रधानाचार्य का कहना है की परिश्रमी सदैव सफल रहते हैं।
सही विकल्प: C
जिन वाक्यों में एक मुख्य वाक्य हो और अन्य आश्रित उपवाक्य हो उन्हें मिश्र वाक्य कहते हैं , जैसे - प्रधानाचार्य का कहना है की परिश्रमी सदैव सफल रहते हैं।
Direction: विश्लेषण कीजिये :
- 'झूठ मत बोलो 'यह किस प्रकार का वाक्य है ?
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NA
सही विकल्प: C
'झूठ मत बोलो ' वाक्य निषेधवाचक है। जिन वाक्यों में कार्य न होने का भाव प्रकट होता है ,निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। जिन वाक्यों से किसी प्रश्न पूछने का ज्ञान होता है ,उन्हें प्रश्नवाचक कहते हैं ,इसमें क्यों,कहा,क्या एवं कब आदि शब्द आते हैं।
- 'मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा। '
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NA
सही विकल्प: E
संकेतवाचक वाक्य - जिन वाक्यों में एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया के होने पर निर्भर होता है ,उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते है,जैसे - मुझे खून दो मैं आजादी दूँगा।
जिन वाक्यों से आज्ञा देने का ज्ञान होता है ,उन्हें आज्ञावाचक वाक्य कहते हैं , जैसे - बड़ो का सम्मान करो। यदि किसी एक वाक्य में एक से अधिक समापिका क्रियाएँ होती हैं तो वह वाक्य उपवाक्यों में बात जाता है और उसे जितनी भी समापिका क्रियाएँ होंगी उसमे उतने ही उपवाक्य होंगे।