साहित्य बोध


  1. अवधी भाषा के प्रमुख कवि ------हैं।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    सूरदास ब्रजभाषा के, रसखान ब्रजभाषा के एवं मीराबाई राजस्थानी मिश्रित ब्रजभाषा के कृष्ण भक्ति कवि थे। तुलसीदास अवधी भाषा के राम भक्त कवि हैं। उनकी रचना रामचरितमानस है।

    सही विकल्प: C

    सूरदास ब्रजभाषा के, रसखान ब्रजभाषा के एवं मीराबाई राजस्थानी मिश्रित ब्रजभाषा के कृष्ण भक्ति कवि थे। तुलसीदास अवधी भाषा के राम भक्त कवि हैं। उनकी रचना रामचरितमानस है।


  1. 'तोड़ती पत्थर' कैसी कविता है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    'तोड़ती पत्थर' कविता सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की एक यथार्थवादी रचना है। इसमें निराला में एक मजदूर महिला का यथार्थ चित्रण किया है।

    सही विकल्प: C

    'तोड़ती पत्थर' कविता सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की एक यथार्थवादी रचना है। इसमें निराला में एक मजदूर महिला का यथार्थ चित्रण किया है।



  1. सूरदास के नंददास की काव्य रचना की भाषा कौन सी थी ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    सूरदास और नंददास कृष्ण भक्त कवि थे, इन्होंने ब्रजभाषा में काव्य की रचना की है। सूरदास की प्रमुख काव्य रचना 'सूरसागर' है।

    सही विकल्प: B

    सूरदास और नंददास कृष्ण भक्त कवि थे, इन्होंने ब्रजभाषा में काव्य की रचना की है। सूरदास की प्रमुख काव्य रचना 'सूरसागर' है।


  1. हिंदी के सर्वप्रथम प्रकाशित पत्र का नाम है -









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    'उदंत मार्तंड' हिंदी की सर्वप्रथम प्रकाशित साप्ताहिक पत्रिका है। इसका संपादन कलकत्ता से 1826 ईस्वी में पं जुगल किशोर शुक्ल द्वारा किया गया था। सन 1827 ईस्वी को इसका प्रकाशन बंद हो गया था।

    सही विकल्प: B

    'उदंत मार्तंड' हिंदी की सर्वप्रथम प्रकाशित साप्ताहिक पत्रिका है। इसका संपादन कलकत्ता से 1826 ईस्वी में पं जुगल किशोर शुक्ल द्वारा किया गया था। सन 1827 ईस्वी को इसका प्रकाशन बंद हो गया था।



  1. अष्टछाप के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि के रूप में -----का नाम लिया जाता है।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    अष्टछाप की स्थापना 1565 ईस्वी में गोस्वामी विट्ठलनाथ ने की थी। अष्टछाप में सूरदास, कुंभनदास, कृष्णदास, परमानंद दास, गोविंद स्वामी, छीत स्वामी, नंददास एवं चतुर्भुजदास सहित आठ कवि थे।

    सही विकल्प: B

    अष्टछाप की स्थापना 1565 ईस्वी में गोस्वामी विट्ठलनाथ ने की थी। अष्टछाप में सूरदास, कुंभनदास, कृष्णदास, परमानंद दास, गोविंद स्वामी, छीत स्वामी, नंददास एवं चतुर्भुजदास सहित आठ कवि थे।