साहित्य बोध
- अवधी भाषा के प्रमुख कवि ------हैं।
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सूरदास ब्रजभाषा के, रसखान ब्रजभाषा के एवं मीराबाई राजस्थानी मिश्रित ब्रजभाषा के कृष्ण भक्ति कवि थे। तुलसीदास अवधी भाषा के राम भक्त कवि हैं। उनकी रचना रामचरितमानस है।
सही विकल्प: C
सूरदास ब्रजभाषा के, रसखान ब्रजभाषा के एवं मीराबाई राजस्थानी मिश्रित ब्रजभाषा के कृष्ण भक्ति कवि थे। तुलसीदास अवधी भाषा के राम भक्त कवि हैं। उनकी रचना रामचरितमानस है।
- 'रामचरितमानस' की भाषा क्या है ?
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'रामचरितमानस' की रचना रामभक्त कवि गोस्वामी तुलसीदास ने जनभाषा 'अवधि' में की थी।
सही विकल्प: D
'रामचरितमानस' की रचना रामभक्त कवि गोस्वामी तुलसीदास ने जनभाषा 'अवधि' में की थी।
- बिहारी किस राजा के दरबारी कवि थे ?
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बिहारी लाल रीतिसिद्ध कवि हैं। यह जयपुर नरेश जयसिंह या जयशाह के दरबारी कवि थे। उनका एक मात्र ग्रंथ 'बिहारी सतसई। है। इनका जन्म ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में हुआ था।
सही विकल्प: C
बिहारी लाल रीतिसिद्ध कवि हैं। यह जयपुर नरेश जयसिंह या जयशाह के दरबारी कवि थे। उनका एक मात्र ग्रंथ 'बिहारी सतसई। है। इनका जन्म ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में हुआ था।
- कबीर दास हुए हैं -
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कबीरदास का जन्म 1398 ईस्वी में काशी में हुआ था। यह भक्तिकाल के संत काव्य धारा के कवि थे। उनकी रचनाओं के संकलन को 'बीजक' कहते हैं जो
कि धर्मदास ने संकलित किया था।सही विकल्प: B
कबीरदास का जन्म 1398 ईस्वी में काशी में हुआ था। यह भक्तिकाल के संत काव्य धारा के कवि थे। उनकी रचनाओं के संकलन को 'बीजक' कहते हैं जो
कि धर्मदास ने संकलित किया था।
- हिंदी साहित्य में जीवनी साहित्य का प्रारंभ कौन से युग में हुआ ?
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भारतेंदु युग में जीवनी साहित्य का आरंभ हुआ। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने बादशाह दर्पण, चरितावली एवं पंच पवित्रात्मा नाम से जीवनी लिखीं हैं।
सही विकल्प: C
भारतेंदु युग में जीवनी साहित्य का आरंभ हुआ। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने बादशाह दर्पण, चरितावली एवं पंच पवित्रात्मा नाम से जीवनी लिखीं हैं।