साहित्य बोध
- हिंदी साहित्य के इतिहास के सर्वप्रथम लेखक का नाम है -
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हिंदी साहित्य के इतिहास में सर्वप्रथम लेखक 'गार्सा दा तासी' हैं। इन्होंने 'इस्त्वार द ला लितरेत्यूर ऐंदूई ऐन्दुस्तानी 'नामक ग्रंथ 1839 इसलिए फ्रेंच भाषा में लिखा था।
सही विकल्प: D
हिंदी साहित्य के इतिहास में सर्वप्रथम लेखक 'गार्सा दा तासी' हैं। इन्होंने 'इस्त्वार द ला लितरेत्यूर ऐंदूई ऐन्दुस्तानी 'नामक ग्रंथ 1839 इसलिए फ्रेंच भाषा में लिखा था।
- मैथिलीशरण गुप्त जी की पहली उल्लेखनीय रचना 'हेमंत' किस भाषा में रची गई है ?
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मैथिलीशरण गुप्त जी की पहली रचना 'हेमंत' 1905 ईस्वी में 'सरस्वती' पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। यह कविता खड़ी बोली में थी।
सही विकल्प: A
मैथिलीशरण गुप्त जी की पहली रचना 'हेमंत' 1905 ईस्वी में 'सरस्वती' पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। यह कविता खड़ी बोली में थी।
- 'राष्ट्रकवि' के रूप में प्रसिद्ध हैं ?
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मैथिलीशरण गुप्त द्विवेदी युग के कवि थे। राष्ट्रवादी कविताओं के कारण इन्हें राष्ट्रकवि की भी कहा जाता है। साकेत और भारत भारती इनका प्रमुख काव्य ग्रंथ हैं।
सही विकल्प: D
मैथिलीशरण गुप्त द्विवेदी युग के कवि थे। राष्ट्रवादी कविताओं के कारण इन्हें राष्ट्रकवि की भी कहा जाता है। साकेत और भारत भारती इनका प्रमुख काव्य ग्रंथ हैं।
- पद्य साहित्य को कितने भागों में बांटा गया है ?
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पद्य साहित्य में कुल पंद्रह (15) भागों में बांटा गया है।
सही विकल्प: D
पद्य साहित्य में कुल पंद्रह (15) भागों में बांटा गया है।
- कवि नागार्जुन को अन्य किस नाम से साहित्य सृजन किया ?
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कवि नागार्जुन का मूल नाम बैधनाथ मिश्र था। 'यात्री' नाम से साहित्य सृजन किया था। नागार्जुन को हिंदी, मैथिली एवं बंगाली भाषाओं का ज्ञान था।
सही विकल्प: A
कवि नागार्जुन का मूल नाम बैधनाथ मिश्र था। 'यात्री' नाम से साहित्य सृजन किया था। नागार्जुन को हिंदी, मैथिली एवं बंगाली भाषाओं का ज्ञान था।