साहित्य बोध
- छायावाद के प्रवर्तक का नाम है -
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छायावाद का प्रारंभ 1918 में जयशंकर प्रसाद की रचना 'झरना' के प्रकाशन से माना जाता है। छायावाद के अन्य प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद, निराला, महादेवी वर्मा एवं सुमित्रानंदन पंत थे।
सही विकल्प: D
छायावाद का प्रारंभ 1918 में जयशंकर प्रसाद की रचना 'झरना' के प्रकाशन से माना जाता है। छायावाद के अन्य प्रमुख कवि जयशंकर प्रसाद, निराला, महादेवी वर्मा एवं सुमित्रानंदन पंत थे।
- अष्टछाप के सर्वश्रेष्ठ भक्त कवि के रूप में -----का नाम लिया जाता है।
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अष्टछाप की स्थापना 1565 ईस्वी में गोस्वामी विट्ठलनाथ ने की थी। अष्टछाप में सूरदास, कुंभनदास, कृष्णदास, परमानंद दास, गोविंद स्वामी, छीत स्वामी, नंददास एवं चतुर्भुजदास सहित आठ कवि थे।
सही विकल्प: B
अष्टछाप की स्थापना 1565 ईस्वी में गोस्वामी विट्ठलनाथ ने की थी। अष्टछाप में सूरदास, कुंभनदास, कृष्णदास, परमानंद दास, गोविंद स्वामी, छीत स्वामी, नंददास एवं चतुर्भुजदास सहित आठ कवि थे।
- हिंदी के प्रथम गद्यकार हैं -
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हिंदी के प्रथम गद्यकार लल्लूलाल हैं इनकी प्रमुख रचना 'प्रेमसागर' है। भारतेंदु हरिश्चंद्र गद्य साहित्य के प्रथम युग भारतेंदु युग के प्रवर्तक हैं।
सही विकल्प: B
हिंदी के प्रथम गद्यकार लल्लूलाल हैं इनकी प्रमुख रचना 'प्रेमसागर' है। भारतेंदु हरिश्चंद्र गद्य साहित्य के प्रथम युग भारतेंदु युग के प्रवर्तक हैं।
- सूरदास के नंददास की काव्य रचना की भाषा कौन सी थी ?
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सूरदास और नंददास कृष्ण भक्त कवि थे, इन्होंने ब्रजभाषा में काव्य की रचना की है। सूरदास की प्रमुख काव्य रचना 'सूरसागर' है।
सही विकल्प: B
सूरदास और नंददास कृष्ण भक्त कवि थे, इन्होंने ब्रजभाषा में काव्य की रचना की है। सूरदास की प्रमुख काव्य रचना 'सूरसागर' है।
- 'तोड़ती पत्थर' कैसी कविता है ?
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'तोड़ती पत्थर' कविता सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की एक यथार्थवादी रचना है। इसमें निराला में एक मजदूर महिला का यथार्थ चित्रण किया है।
सही विकल्प: C
'तोड़ती पत्थर' कविता सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की एक यथार्थवादी रचना है। इसमें निराला में एक मजदूर महिला का यथार्थ चित्रण किया है।