Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।
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टूट चाप नहिं जुरै रिसाने
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- टूट धनुष क्रोध करने से नहीं जुड़ता
- चिन्ता छोड़ो,सुख से जिओ
- नुकसान के लिए परेशान नहीं होना चाहिए
- निकसन हो जाने पर क्रोध करना व्यर्थ होता है
- टूट धनुष क्रोध करने से नहीं जुड़ता
सही विकल्प: D
टूट चाप नहिं जुरै रिसाने का अर्थ है ' निकसन हो जाने पर क्रोध करना व्यर्थ होता है '। वाक्य प्रयोग- काजल से काँच का गिलास टूटने पर पर विशाल ने खूब भला-बुरा कहा, इससे काजल बहुत रोइ, विशाल को सोचना चाहिए टूट चाप नहिं जुरै रिसाने।