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Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।

  1. टूट चाप नहिं जुरै रिसाने
    1. टूट धनुष क्रोध करने से नहीं जुड़ता
    2. चिन्ता छोड़ो,सुख से जिओ
    3. नुकसान के लिए परेशान नहीं होना चाहिए
    4. निकसन हो जाने पर क्रोध करना व्यर्थ होता है
सही विकल्प: D

टूट चाप नहिं जुरै रिसाने का अर्थ है ' निकसन हो जाने पर क्रोध करना व्यर्थ होता है '। वाक्य प्रयोग- काजल से काँच का गिलास टूटने पर पर विशाल ने खूब भला-बुरा कहा, इससे काजल बहुत रोइ, विशाल को सोचना चाहिए टूट चाप नहिं जुरै रिसाने



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