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Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।

  1. (1) संस्कृति अथवा सामूहिक चेतना ही हमारे देश का प्राण है।
    (य) जहां उनमें सब तरह की भिन्नताएं हैं, वहां उन सब में यह एकता है।
    (र) इस नैतिक चेतना के सूत्र में हमारे विभिन्न वर्ग की जातियां आपस में बंधी हुई हैं।
    (ल) अहिंसा, सेवा और त्याग की बातों से जनसाधारण का हृदय इसलिए आंदोलित हो उठता है क्योंकि उन्हीं से तो वह शताब्दियों से प्रभावित और प्रेरित रहा
    (व) बापू ने जनसाधारण और बुद्धिजीवियों के नेतृत्व में क्रांति के लिए तत्पर रहने के लिए इसी नैतिक चेतना का सहारा लिया था।
    (6) जनसाधारण के हृदय में धड़कती चेतना को क्रान्ति की शक्ति बनाने में बापू की दूरदर्शिता थी और इसी में उनकी सफलता भी।
    1. य र ल व
    2. र य व ल
    3. र ल व य
    4. ल व य र
सही विकल्प: B

(1) संस्कृति अथवा सामूहिक चेतना ही हमारे देश का प्राण है। (र) इस नैतिक चेतना के सूत्र में हमारे विभिन्न वर्ग की जातियां आपस में बंधी हुई हैं। (य) जहां उनमें सब तरह की भिन्नताएं हैं, वहां उन सब में यह एकता है। (व) बापू ने जनसाधारण और बुद्धिजीवियों के नेतृत्व में क्रांति के लिए तत्पर रहने के लिए इसी नैतिक चेतना का सहारा लिया था। (ल) अहिंसा, सेवा और त्याग की बातों से जनसाधारण का हृदय इसलिए आंदोलित हो उठता है क्योंकि उन्हीं से तो वह शताब्दियों से प्रभावित और प्रेरित रहा (6) जनसाधारण के हृदय में धड़कती चेतना को क्रान्ति की शक्ति बनाने में बापू की दूरदर्शिता थी और इसी में उनकी सफलता भी।



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