Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
-
(1 ) शब्द और अर्थ को काव्य का शरीर कहा गया है। यह दोनों ही अभिन्न है।
(य) शब्द के साथ अर्थ का लगाव है और अर्थ के साथ शब्द का
(र) इसी प्रकार शब्द के बिना अर्थ का मानव-मस्तिष्क में कठिनाई से निर्वाह होता है।
(ल) अर्थ उसके बिना शब्द का कोई मूल्य नहीं है।
(व) शब्द और अर्थ की एकता को पार्वती परमेश्वर की एकता का अपमान बताकर कालिदास ने इसे अटूट संबंध को महत्व प्रदान की थी।
(6) एक के बिना दूसरे की पूर्णता नहीं, इसलिए दोनों मिलकर ही काव्य का शारीरत्व संपादित करते हैं।
-
- य र व ल
- ल य र व
- ल र व य
- व र ल य
- य र व ल
सही विकल्प: C
(1 ) शब्द और अर्थ को काव्य का शरीर कहा गया है। यह दोनों ही अभिन्न है। (ल) अर्थ उसके बिना शब्द का कोई मूल्य नहीं है। (र) इसी प्रकार शब्द के बिना अर्थ का मानव-मस्तिष्क में कठिनाई से निर्वाह होता है। (व) शब्द और अर्थ की एकता को पार्वती परमेश्वर की एकता का अपमान बताकर कालिदास ने इसे अटूट संबंध को महत्व प्रदान की थी। (य) शब्द के साथ अर्थ का लगाव है और अर्थ के साथ शब्द का (6) एक के बिना दूसरे की पूर्णता नहीं, इसलिए दोनों मिलकर ही काव्य का शारीरत्व संपादित करते हैं।