Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
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(1) शिव ने उल्लासतिरेक में जो उद्दाम नृत्य किया था, उसे उनके शिष्य तंड़ मुनि ने याद कर लिया था।
(य) रस भी अर्थ है, भावी भी अर्थ है, परंतु तांडव ने न 'रस' है. न 'भाव'।
(र) 'तांडव' अर्थात तंडू मुनि द्वारा प्रवर्तित 'रस-भाव-विवर्जित' नृत्य।
(ल) नाचने वाले का कोई उद्देश्य नहीं, मतलब नहीं, 'अर्थ' नहीं।
(व) उन्होंने जिस नृत्य का प्रदर्शन किया उसे तांडव कहा जाता है।
(6) केवल जड़ता के दुर्वार आकर्षण को छीन्न करके एकमात्र चैतन्य की अनुभूति का उल्लास।
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- ल य र व
- र ल य व
- व य ल र
- व र य ल
- ल य र व
सही विकल्प: D
(1) शिव ने उल्लासतिरेक में जो उद्दाम नृत्य किया था, उसे उनके शिष्य तंड़ मुनि ने याद कर लिया था। (व) उन्होंने जिस नृत्य का प्रदर्शन किया उसे तांडव कहा जाता है। (र) 'तांडव' अर्थात तंडू मुनि द्वारा प्रवर्तित 'रस-भाव-विवर्जित' नृत्य। (य) रस भी अर्थ है, भावी भी अर्थ है, परंतु तांडव ने न 'रस' है. न 'भाव'। (ल) नाचने वाले का कोई उद्देश्य नहीं, मतलब नहीं, 'अर्थ' नहीं। (6) केवल जड़ता के दुर्वार आकर्षण को छीन्न करके एकमात्र चैतन्य की अनुभूति का उल्लास।