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Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।

  1. (1) महात्मा गाँधी के जीवन के मूल मंत्र थे-सत्य और अहिंसा।
    (य) उनकी आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग' इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।
    (र) किसी प्रकार की हिंसा का आश्रय लेकर प्राप्त की गई स्वाधीनता भी उन्हें स्वीकार्य न थी।
    (ल) अहिंसा से उनका तात्पर्य था-मनसा, वाचा, अहिंसा।
    (व) सत्य के बिना वे एक कदम भी आगे बढ़ने को तैयार न थे।
    (6) वास्तव में, गांधी को महामानव नहीं, देवताओं की कोटि में रखा जाना चाहिए।
    1. ल र य व
    2. र ल व य
    3. व य ल र
    4. य व ल र
सही विकल्प: C

(1) महात्मा गाँधी के जीवन के मूल मंत्र थे-सत्य और अहिंसा। (व) सत्य के बिना वे एक कदम भी आगे बढ़ने को तैयार न थे। (य) उनकी आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग' इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। (ल) अहिंसा से उनका तात्पर्य था-मनसा, वाचा, अहिंसा। (र) किसी प्रकार की हिंसा का आश्रय लेकर प्राप्त की गई स्वाधीनता भी उन्हें स्वीकार्य न थी। (6) वास्तव में, गांधी को महामानव नहीं, देवताओं की कोटि में रखा जाना चाहिए।



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