Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।
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जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि
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- कवि के लिए कुसग्ग भी अगम्य नहीं
- कवि निरंकुश होता है
- कवि कल्पनाशील होता है
- कवि भावप्रवण होता है
- कवि के लिए कुसग्ग भी अगम्य नहीं
सही विकल्प: A
जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि का अर्थ है ' कवि के लिए कुसग्ग भी अगम्य नहीं '। वाक्य प्रयोग- निराला जी ने ' तोड़ती पत्थर ' कविता में जिस तरह से मजदूर महिला का जीवन्त और मार्मिक वर्णन किया है उसे देखकर यह अक्षरशः सत्य लगता है कि जहाँ न पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि।