मुख्य पृष्ठ » सामान्य हिन्दी » वाक्यांशों को उचित क्रम में सजाना » प्रश्न

Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।

  1. (1) बीती हुई बातों को चिंता का विषय बनाकर याद रखने की आवश्यकता नहीं है।
    (य) हाँ कहानियाँ बहुत है।
    (र) इसका कुप्रभाव तन और मन पर पड़ता है और जीवन में अवसाद स्थाई डेरा डाल लेता है।
    (ल) जीवन में दुःख और कष्ट के क्षण आते ही रहते हैं, लेकिन उन्हें जीवन भर का दुःख बनाकर लादे रहने का कोई लाभ नहीं है।
    (व) बीती हुई घटनाओं अथवा प्रसंगों को भूल जाना ही श्रेयस्कर है।
    (6) जीवन को अवसाद से छुटकारा तभी मिलता है, जब बीती बातों को विस्तृत कर दिया जाए।
    1. य व र ल
    2. व य र ल
    3. ल व र य
    4. ल य र व
सही विकल्प: A

(1) बीती हुई बातों को चिंता का विषय बनाकर याद रखने की आवश्यकता नहीं है। (ल) जीवन में दुःख और कष्ट के क्षण आते ही रहते हैं, लेकिन उन्हें जीवन भर का दुःख बनाकर लादे रहने का कोई लाभ नहीं है। (य) हाँ कहानियाँ बहुत है। (र) इसका कुप्रभाव तन और मन पर पड़ता है और जीवन में अवसाद स्थाई डेरा डाल लेता है। (व) बीती हुई घटनाओं अथवा प्रसंगों को भूल जाना ही श्रेयस्कर है। (6) जीवन को अवसाद से छुटकारा तभी मिलता है, जब बीती बातों को विस्तृत कर दिया जाए।



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