मुख्य पृष्ठ » सामान्य हिन्दी » वाक्यांशों को उचित क्रम में सजाना » प्रश्न

Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।

  1. (1) दुःख की श्रेणी में प्रवृति के विचार के करूड़ा का उल्टा क्रोध है।
    (य) पर करुणा जिसके प्रति उत्पन्न होती है उसकी भलाई का उद्योग किया जाता है।
    (र) क्रोध जिनके प्रति उत्पन्न होता है उसकी हानि की चेष्टा की जाती है।
    (ल) इस प्रकार पात्र की भलाई की उत्तेजना, दुःख और आनंद दोनों श्रेणियों में रखी गई है।
    (व) किसी पर प्रसन्न होकर भी लोग उसकी भलाई करते हैं।
    (6) लेकिन आनंद की श्रेणी में ऐसा कोई शुद्ध मनोविकार नहीं है जो पात्र की हानि करें।
    1. र व य ल
    2. र य व ल
    3. ल व य र
    4. व य र ल
सही विकल्प: B

(1) दुःख की श्रेणी में प्रवृति के विचार के करूड़ा का उल्टा क्रोध है। (र) क्रोध जिनके प्रति उत्पन्न होता है उसकी हानि की चेष्टा की जाती है। (य) पर करुणा जिसके प्रति उत्पन्न होती है उसकी भलाई का उद्योग किया जाता है। (व) किसी पर प्रसन्न होकर भी लोग उसकी भलाई करते हैं। (ल) इस प्रकार पात्र की भलाई की उत्तेजना, दुःख और आनंद दोनों श्रेणियों में रखी गई है। (6) लेकिन आनंद की श्रेणी में ऐसा कोई शुद्ध मनोविकार नहीं है जो पात्र की हानि करें।



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