सामाजिक - धार्मिक सुधार आंदोलन


  1. निम्न कथनों पर विचार कीजिए
    1. राजा राममोहन राय हिन्दू समाज की कुरीतियों, सती प्रथा, बहुपत्नी प्रथा, वेश्यागमन, जातिवाद आदि क्र घोर विरोधी थे।
    2. वर्ष 1820 में राजा राममोहन राय की फारसी पुस्तक तुहफात-उल-मुवाहिदीन का प्रकाशन हुआ।
    वर्ष 1822 में राजा राममोहन राय की पुस्तक 'हिन्दू उत्तराधिकार नियम' का प्रकाशन हुआ।
    उपरोक्त कथनों में से कौन-सा/से सत्य है/हैं ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: C

    NA


  1. बंगाल में मुस्लिम पुनर्जागरण का पिता मामा जाता है









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: C

    NA



  1. सुमेलित कीजिए
    सूची Iसूची II
    A.राजा राममोहन राय 1. यह कहा कि ब्रह्मवाद को विश्व धर्म बनाना चाहिए।
    B.बकेशवचन्द्र सेन2. हिन्दू धर्म की पहचान वेदों में संस्थापित धर्म से की।
    C.दयानन्द सरस्वती 3. इस पर जोर दिया कि ईश्वर तक पहुँचाने के कई मार्ग हो सकते हैं।
    D. रामकृष्ण परमहंस 4.यह कहा कि हिन्दू धर्म का शुद्धतम रूप उपनिषदों में निहित है।









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: D

    NA


  1. "हम किसका पुनरुत्थान करेंगे ? क्या हम अपने लोगों की उन पुराणी आदतों को पुनर्जीवित करेंगे जब हमारी जातियाँ सर्वोच्च घृणा में लिप्त थीं ? मरने वाले, सदा के लिए जला दिए जाने वाले एवं मृत भूत को पुनर्जीवित नहीं किया जा सकता।" यह कथन किसका है ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: C

    NA



  1. निम्नलिखित में से कौन थियोसोफिकल सोसायटी की गतिविधियों से सम्बन्धित नहीं था ?









  1. सुझाव देखें उत्तर देखें चर्चा करें

    NA

    सही विकल्प: B

    NA