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चूने के पानी में कार्बन डाइ-ऑक्साइड प्रवाहित करने पर विलयन दूधिया हो जाता है, परन्तु लम्बे समय तक प्रवाहित करने पर विलयन साफ हो जाता है। इसका कारण यह है कि
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- और अधिक कार्बन डाइ-ऑक्साइड प्रवाहित करने पर प्रारम्भ में बना कैल्सियम कार्बोनेट घुलनशील कैल्सियम बाइकार्बोनेट में रूपान्तरित हो जाता है
- अभिक्रिया उत्क्रमणीय है और चूने का पानी फिर से बन जाता है।
- और अधिक कार्बन डाइ-ऑक्साइड प्रवाहित करने पर, प्रारम्भ में बना कैल्सियम कार्बोनेट घुलनशील कैल्सियम बाइकार्बोनेट में रूपान्तरित हो जाता है
- प्रारम्भ में बना अघुलनशील यौगिक, कार्बोनेट अम्ल में घुलनशील होता है
- और अधिक कार्बन डाइ-ऑक्साइड प्रवाहित करने पर प्रारम्भ में बना कैल्सियम कार्बोनेट घुलनशील कैल्सियम बाइकार्बोनेट में रूपान्तरित हो जाता है
सही विकल्प: C
NA