Direction: निम्नलिखित लोकोक्तियों के सही अर्थ का चयन उनके नीचे दिए गए चार विकल्पों में से कीजिए।
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कुम्हार अपना ही घड़ा सराहता है
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- अपनी ही प्रशंसा करना
- अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है
- किसी को बोलने नहीं देना
- दूसरों की वस्तु को तुच्छ समझना
- अपनी ही प्रशंसा करना
सही विकल्प: B
कुम्हार अपना ही घड़ा सराहता है का अर्थ है ' अपनी बनाई हुई वस्तु सबको अच्छी लगती है '। सीताराम हलवाई को अपनी तेल में बनी जलेबियाँ ही स्वादिष्ट लगती हैं बाकी हलवाइयों की हलेबियों को स्वादहीन समझता है। सच है कुम्हार अपना ही घड़ा सराहता है।