Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
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(1) शौर्य आदि गुणों का संबंध मनुष्य के शरीर के साथ नहीं रहता।
(य) शरीर से दुबले पतले आदमी को भी हम अत्यंत वीरता वाले काम करते इसलिए देखते हैं कि उसके भीतर शुरता भरी रहती है।
(र) कहा गया है कि शब्द और अर्थ तो काव्य के शरीर होते हैं तथा रस ही आत्मा के स्थान पर होता है।
(ल) वह आत्मा के साथ ही होता है।
(व) काव्य में भी ठीक यही दशा होती है।
(6) गुण आत्मा अर्थात रस के ही धर्म होते हैं।
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- व य र ल
- य र व ल
- ल व र य
- व ल र य
- व य र ल
सही विकल्प: A
(1) शौर्य आदि गुणों का संबंध मनुष्य के शरीर के साथ नहीं रहता। (य) शरीर से दुबले पतले आदमी को भी हम अत्यंत वीरता वाले काम करते इसलिए देखते हैं कि उसके भीतर शुरता भरी रहती है। (र) कहा गया है कि शब्द और अर्थ तो काव्य के शरीर होते हैं तथा रस ही आत्मा के स्थान पर होता है। (व) काव्य में भी ठीक यही दशा होती है। (ल) वह आत्मा के साथ ही होता है। (6) गुण आत्मा अर्थात रस के ही धर्म होते हैं।