Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।
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(1) आधुनिक शिक्षा प्रणाली में चरित्र निर्माण का न कोई स्थान है और न ही कोई महत्व दिया जाता है।
(य) गुरु शिष्य को पुत्रवत मानते थे और उस पर अपना स्नेह भाव रखते थे
(र) इसका कारण यह था कि दोनों एक दूसरे पर विश्वास करते थे।
(ल) हमारी प्राचीन संस्कृति में गुरु और शिष्य का संबंध अत्यंत मधुर होता था।
(व) शिष्य गुरु को पितातुल्य और विश्वसनीय समझता था
(6) शिष्य के जीवन पर गुरु का गहरा प्रभाव पड़ता था।
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- य र ल व
- ल य र व
- ल र व य
- व य र ल
- य र ल व
सही विकल्प: B
(1) आधुनिक शिक्षा प्रणाली में चरित्र निर्माण का न कोई स्थान है और न ही कोई महत्व दिया जाता है। (ल) हमारी प्राचीन संस्कृति में गुरु और शिष्य का संबंध अत्यंत मधुर होता था। (य) गुरु शिष्य को पुत्रवत मानते थे और उस पर अपना स्नेह भाव रखते थे (र) इसका कारण यह था कि दोनों एक दूसरे पर विश्वास करते थे। (व) शिष्य गुरु को पितातुल्य और विश्वसनीय समझता था (6) शिष्य के जीवन पर गुरु का गहरा प्रभाव पड़ता था।