मुख्य पृष्ठ » सामान्य हिन्दी » वाक्यांशों को उचित क्रम में सजाना » प्रश्न

Direction: निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए अनुच्छेदों के पहले और अंतिम वाक्यों में क्रमशः (1) और (6) की संज्ञा दी गई है। इसके मध्यवर्ती वाक्यों को चार भागों में बांटकर (य),(र),(ल),(व) की संज्ञा दी गई है। ये चारों वाक्य व्यवस्थित क्रम में नहीं है। इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित कदम चुनिए, जिससे सही अनुच्छेद का निर्माण हो।

  1. (1) सूर्य भगवान की
    (य) अविश्राम तप्त किरणें, लू की सन्नाटा
    (र) शुष्क होते हुए मंद प्रवाह धारणी -तल पर की अविरल
    (ल) निदाघ कुसुमावतीपूरित वृक्षों का मुरझाना, नदी का
    (व) मारते हुए झपट, तेजपूरित उषा
    (6) शून्य विचित्र प्रभाव उत्पन्न करती है।
    1. य व र ल
    2. य व ल र
    3. ल र य व
    4. ल र व य
सही विकल्प: B

(1) सूर्य भगवान की (य) अविश्राम तप्त किरणें, लू की सन्नाटा (व) मारते हुए झपट, तेजपूरित उषा (ल) निदाघ कुसुमावतीपूरित वृक्षों का मुरझाना, नदी का (र) शुष्क होते हुए मंद प्रवाह धारणी -तल पर की अविरल (6) शून्य विचित्र प्रभाव उत्पन्न करती है।



एडमिन के अप्रूवल के बाद आपका कमेंट दिखाया जायेगा.