-
भरतहि होई न रामदूत विधि हरि हर पद पाई। कबहुँ कि काँजी सिकरनि छीर सिंधु बिनसाई।
-
- उदाहरण
- दृष्टांत
- निदर्शन
- व्यक्तिरेक
- उदाहरण
सही विकल्प: B
भरतहि होई न रामदूत विधि हरि हर पद पाई। कबहुँ कि काँजी सिकरनि छीर सिंधु बिनसाई।।उपर्युक्त पंक्तियों में दृष्टांत अलंकार है। क्योंकि दोनों वाक्यों में बिम्ब-प्रतिबिम्ब अभाव झलक रहा है। दृष्टांत अलंकार के अंतर्गत उपमेय तथा उपमा वाक्यों में बिम्ब-प्रतिबिम्ब भाव झलकता है।