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  1. "हमारे धर्म के रसोईघर में चले जाने का खतरा है। इसमें से अधिकतर न तो वेदान्तवादी हैं न ही पुराणवादी अथवा तन्त्रवादी। हम सिर्फ 'नहीं छूने वाले' हैं। हमारा धर्म रसोईघर में है। हमारा देवता बर्तन में है तथा हमारा धर्म कहता है 'मुझे मत छूना, में पवित्र हूँ। ' अगर कुछ और शताब्दियों तक यह जारी रहा तो हममें से प्रत्येक पागलखाने में होगा।" यह टिप्पणी अग्रांकित में से किसकी है ?
    1. राजा राममोहन राय
    2. देवेन्द्रनाथ टैगोर
    3. केशवचन्द्र सेन
    4. स्वामी विवेकानन्द
सही विकल्प: D

NA



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