Direction: निम्नलिखित प्रत्येक पद्यांश में सही छंद का चयन कीजिए :
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किलक अरे मैं नेह निहारुँ, इन दाँतो पर मोती वारूँ। इन पंक्तियों में कौन सा रस है ?
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- वीर
- शान्त
- वात्सल्य
- हास्य
- वीर
सही विकल्प: C
किलक अरे मैं नेह निहारुँ, इन दाँतो पर मोती वारूँ। इन पंक्तियों में वात्सल्य रस है। शिशुओं के सौंदर्य, तोतली भाषा, हँसने एवं आकर्षक चेष्टाओं आदि से 'संतान स्नेह' जैसा भाव जागृत होकर वात्सल्य रस की सृष्टि करता है। वीर रस का स्थायीभाव 'उत्साह' शांत रस का स्थायीभाव 'निर्वेद' एवं हास्य रस का स्थायीभाव 'हास' है।