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  1. निम्नलिखित में से कौन -सा /से कथन जैन सिद्धान्त के अनुरूप है /हैं?
    1.कर्म को विनष्ट करने का सुनिश्चित मार्ग भक्ति है।
    2.प्रत्येक वस्तु में ,चाहे वह सूक्ष्मतमकण हो ,आत्मा होती है।
    3.कर्म आत्मा का विनाशक है और अवश्य इसका अन्त करना चाहिए।
    1. केवल 1
    2. 2 और 3
    3. 1 और 3
    4. ये सभी
सही विकल्प: B

NA



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